विशेष संवाददाता द्वारा
कोडरमा. हजारीबाग के बरही में रूपेश पांडेय मृत्यु मामला सुलझता नहीं दिख रहा है. अब असामाजिक तत्वों द्वारा धार्मिक स्थल को क्षतिग्रस्त करने का मामला सामने आने पर लोगों में आक्रोश दिखा. लोगों ने कई घंटों तक बरही चौक को जाम कर दिया, जिसके कारण वाहनों का परिचालन पूरी तरह से ठप हो गया और वाहनों की लंबी कतार लग गई. लोगों ने दोषियों को पकड़कर उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की. मामले को बढ़ता देख प्रशासन द्वारा भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया.
बता दें, बरही के पूर्व विधायक मनोज यादव के हस्तक्षेप के बाद प्रशासन और आक्रोशित लोगों के बीच सुलह किया गया और प्रशासन द्वारा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया गया. दिन भर की जद्दोजहद के बाद प्रशसन द्वारा फ्लैग मार्च करके शहर में शांति का माहौल कायम किया गया.
प्रदर्शन करने जुटे एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष पर आरोप लगाया कि ऐसी घटना के बाद उनके धार्मिक भावनाओं को आहत पहुंचाई है और वो चाहते हैं कि इस घटना पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए. कई घंटो तक एन-एच जाम कर इक्ट्ठा हुए लोग अपनी मांग पर अड़े रहे और किसी भी प्रकार की समझौते के लिए राज़ी नहीं हुए. कुछ स्थानीय नेता के समझाने के बाद लोगों में थोड़ा रोष कम हुआ.
प्रदर्शन के दौरान एक पक्ष के मौजूद लोगों द्वारा टायर जलाकर आगजनी भी किया गया जिसके बाद इलाके के लोगों में डर का माहौल बन गया. लोगों ने अपने-अपने दुकानों को बंद करके अपने घरों में चले गये और पूरे बाज़ार में कुछ समय के लिए संन्नाटा पसर गया. वहीं कुछ समय के लिए पूरे एन-एच पर गाड़ियो की रफतार पर भी ब्रेक लग गया.
दिन भर के बाद जद्दोजहद के बाद प्रशासन ने पूरे बरही बाजार में फ्लैग मार्च निकाला और धारा 144 की घोषणा करते हुए पांच या अधिक लोगों के एक जगह जमा नहीं होने की बात कही. वहीं न्यूज़ 18 से बात करते हुए हज़ारीबाग़ एसपी मनोज रतन चौथे ने बताया कि रूपेश पांडेय मृत्यु मामले में अबतक की जांच में मॉब लिंचिंग की पुष्टि नहीं हो पाई है, इसके पीछे पुरानी रंजिश का कारण सामने आ रहा है. मामले में कुल चार एफआईआर दर्ज हुए हैं, जिसकी निष्पक्षता से जांच कराने के लिए एसआईटी का गठन किया गया है और सुपरविजन के लिए जिले के दूसरे अनुमंडल के पदाधिकरी, बड़कागांव डीएसपी अमित कुमार सिंह को जिम्मेदारी दी गयी है.
वहीं एसपी मनोज ने बताया कि विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर झूठे और भ्रामक वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिससे माहौल खराब हो सकता है. जिला प्रशासन की टेक्निकल टीम सोशल मीडिया पर लगातार नजर बनाए हुए है, कुछ दोषियों पर कार्रवाई भी हुई है. इस लिए जिला प्रशासन लोगों से अपील करती है कि ऐसी भ्रामक और झूठी वीडियो को वायरल करने से बचें